Thursday, January 5, 2012

मैं कुत्तों के बारे में जो जानता हूँ : ओरहन पामुक

ओरहन पामुक नोबेल पुरस्कार से सम्मानित तुर्की के गद्यकार हैं | निजी जिंदगी के बारे में उन्होंने सुन्दर बहते हुए गद्य को माध्यम बनाते हुए लिखा है | प्रस्तुत अंश उनकी किताब 'अदर कलर्स' से लिया है |



ह एक मटमैले रंग का कुत्ता था, साधारण से बहुत ज्यादा अलग नहीं | यह अपनी पूंछ हिला रहा था | इसकी आँखें उदास थी | इसने हमें वैसे नहीं सूंघा जैसे उत्सुक कुत्ते सूंघते हैं | अपनी दर्दीली आँखों का प्रयोग कर उसने हमें जानने की कोशिश की | और जब उसने ऐसा कर लिया, तो उसने अपनी गीली नाक गाड़ी में सटा ली |
चुप्पी | रुया डर गयी थी | उसने अपने पाँव पीछे किये और मेरी तरफ देखा |
"डरो मत " मैं फुसफुसाया | मैं अपनी सीट से उठकर रुया की तरफ आ गया |
कुत्ता भी पीछे हट गया | हम दोनों ने साथ मिलकर उसे सावधानी से जांचा | एक चार पैर वाला प्राणी | एक कुत्ते के जैसा बनना कैसा होता होगा ? मैंने अपनी आँखें बंद कर ली | और मैं सोचने लगा कि एक कुत्ते के जैसा होना कैसा होता होगा | कुत्तों के बारे में मैं जो भी चीजें जानता था मैंने उन्हें दुबारा याद करने की कोशिश की |

1 . हाल में मेरा एक इंजिनियर दोस्त मुझे बता रहा था कि उसने कैसे सिवास कांगल को कुछ अमरीकियों को बेच दिया | उसने तब मुझे जो विवरण पुस्तिका दिखाई उसमे जिस कुत्ते का चित्र दिया था वह ताकतवर, सुन्दर तथा तना हुआ कांगल था | जिसका शीर्षक कहता था, "हेलो, मैं एक तुर्की कांगल हूँ | मेरी औसत उंचाई [इतने सेंटीमीटर] है, मेरी उम्र [इतने साल] है, मैं इतना बुद्धिमान हूँ, और यह मेरी नस्ल है | कुछ समय पहले, हमारा एक दोस्त  खो गया, लेकिन हम उसकी गंध का चार सौ मील दूर से पीछा करते रहे जब तक कि हमने उसे ढूंढ नहीं लिया | तो हम इतने ज्यादा चालाक और वफादार है," आदि आदि |

2 .  तुर्की कॉमिक्सों और अनुवादित तुर्की कॉमिक्सों में कुत्ते 'हाव' करते हैं! लेकिन विदेशी कॉमिक्सों में कुत्ते 'वूफ' करते हैं !

कुत्तों के बारे में मैं इतना ही जानता था | मैंने कोशिश की , लेकिन कुछ ज्यादा सोच नहीं सका | मैंने अपनी जिंदगी में दसियों हजारों कुत्ते देखे होंगे, लेकिन दिमाग में कुछ और नहीं आया | बेशक, सिवाय इसके, कि कुत्तों के दांत पैने होते हैं और वे गुर्राते हैं |
"पापा, आप क्या कर रहे हो ?" रुया ने पूछा, "ऐसे अपनी आँखें बंद मत करो , मुझे ऊब होती है |"
मैंने अपनी आँखें खोली, "ड्राईवर" मैंने कहा, "यह कुत्ता कहाँ से है ?"
"कुत्ता कहाँ है ?" उसने पूछा, और तब मैंने उसे दिखाया | "वे कुत्ते आगे कूड़े के ढेर की तरफ सीधा बढ़ रहे हैं |" ड्राईवर ने कहा |
कुत्ते ने अपने आगे की ओर सीधा देखा, जैसे वह जानता हो कि हम उसके बारे में ही बात कर रहे हैं |
"सर्दियों में वे भूखे हो जाते हैं , कष्ट में रहते हैं, एक दूसरे को ही नोच डालते हैं |"
एक सन्नाटा छा गया, लम्बे समय तक कोई नहीं बोला |
"पापा, मैं ऊब गयी हूँ ," रुया ने कहा |
"ड्राईवर, चलो , चलते हैं," मैंने कहा |

जब गाड़ी चलने लगी , रुया ने अपना ध्यान  पेड़ों, समंदर, और रास्ते पर लगा दिया था और मुझे भी भूल गयी थी | तब मैंने दुबारा अपनी आँखें बंद की और एक आखिरी बार याद करने की कोशिश की जो मैं कुत्तों के बारे में जानता हूँ |

3 . एक बार एक कुत्ता था जो मुझे बेहद पसंद था | अगर मुझे आखिरी बार देखे हुए उसे ज्यादा समय हो जाता तो मुझे देखकर वह हर्षोन्माद में अपनी पीठ के बल जमीन पर तड़पता रहता, और खुद को गीला कर देता, इस उम्मीद में कि मैं उसे प्यार भरी थपकी दूंगा | उन्होंने उसे जहर दे दिया, और वो मर गया |

4 . कुत्ते का चित्र बनाना आसान होता है |

5 . पड़ोस में एक जगह, जहाँ मेरा एक दोस्त रहता था, वहां एक कुत्ता था जो किसी गरीब राहगीर पर काफी जोर से भूँका करता था, लेकिन अमीर को वह बिना कोई आवाज किये बेरोकटोक जाने देता था |

6 . कुत्ते के साथ फर्श पर घिसटती हुई टूटी हुई सांकल की आवाज मुझे डरा देती है | शायद यह मुझे किसी बेहद बुरी चीज की याद दिला देता है

7 वहां पर उस कुत्ते ने हमारा पीछा नहीं किया |

मैंने अपनी आँखें खोलीं और यह मैंने सोचा: लोग असल में बहुत कम याद रखते हैं | मैं इस दुनिया में दसियों हजारों कुत्ते देख चुका हूँ, और जब भी देखा है हमेशा मुझे वे खूबसूरत से प्रतीत हुए है | दुनिया हमें इसी तरह से आश्चर्यचकित करती है | यहाँ है , वहां है , हमारे पास है | तब यह धुंधली होती जाती है, सब कुछ सिफ़र में बदल जाता है |

8 . इस भाग को लिखने और पत्रिका में छपवाने के दो साल बाद, मेकका पार्क में कुत्तों के एक झुण्ड ने मुझ पर हमला किया | उन्होंने मुझे काटा | मुझे सुल्तान्हमेत के रेबीज़ हॉस्पिटल में पांच टीके लगाने पड़े |

3 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

कुत्तों के भी दिल होता है और शब्दों के आभाव में अधिक धड़कता भी है।

अजेय said...

मेरी बोली मे भी कुत्ते हाव करते हैं.... लग भग सभी बोलियों नमे हाव ही करते हैं. अंग्रेज़ो को दर असल ध्वनि ज्ञान नही होता.वे किसी ध्वनि को ठीक से लिख नही पाते.

vidha-vividha said...

कुत्तो की आंखे बोलती है बस पढने की कोशिश होनी चाहिए.